Sex is fun, healthy and for everyone! Visioning a world without death and disease from sex! Let's talk about sex!!
Oct 24, 2013
महिलाएं क्या चाहती है?
महिलाएं क्या चाहती हैं, क्या नहीं चाहती आमतौर पर यह समझना बहुत मुश्किल है। आम धारणा है कि महिलाओं के मन को समझना मुश्किल है लेकिन ऐसा नहीं है। दरअसल महिलाएं झिझक की वजह से बहुत सी ऐसी बातें हैं जो नहीं कह पाती। यदि महिलाओं को कुछ अच्छा नहीं लगा या फिर वे अपने मन की कोई बात कहना चाहती हैं या फिर यौन क्रिया के दौरान, यौन क्रिया के बाद या पहले कुछ कहना चाहती हैं तो झिझक की वजह से अकसर कह नहीं पाती। पुरूषों में अकसर यह जानने की इच्छा होती है कि महिलाएं क्या चाहती हैं, आइए जानें आखिर महिलाएं क्या चाहती हैं। आमतौर पर महिलाओं को एक ऐसे साथी की जरूरत होती है जो उसे प्यार करें, उसकी केयर करें और उसको समझें। लेकिन इसके अलावा भी महिलाएं अपने साथी से उम्मीद करती हैं। पति सही समय पर सही बात कहें और उनको महत्व देते हुए उनका सम्मान करें। उनके काम को महत्व दें। यदि महिला नाराज है तो उनका मित्र उन्हें मनाएं और उनका मूड खुश करने के लिए नए-नए फंडे अपनाएं। महिलाओं की भावनाओं को समझे और उनका सम्मान करें। महिलांए चाहती हैं कि उनका साथी उनके काम में उतना ही हाथ बंटाएं और साथ दें जितना की उसके कामों में सहयोग करती है। अकसर महिलाओं को वे पुरूष पंसद आते हैं जो संवेदनशील होते है, समझदार होते हैं और महिलाओं का आदर सम्मान करते हैं। हर
महिला को अपनी प्रशंसा सुनना पसंद है और यह बात उस वक्त और भी विशेष हो जाती है जब उनका साथी उनकी प्रशंसा करता
है। महिलाएं चाहे खुद बोल्ड और बिंदास नहीं हो पाती लेकिन वे चाहती हैं कि उनका पार्टनर उन्हें बोल्ड और बिंदास समझे न कि दब्बू। महिलाओं का मन भी सेक्स करने का करता है और वह उसके बारे में बातचीत भी करना चाहती है लेकिन झिझक की वजह से नहीं कर पाती। ऐसे में वे चाहती हैं कि उनका पार्टनर ऐसा हो जो उन्हें गलत न समझते हुए उनकी भावनाओं को समझे और जिससे वह खुलकर अपने मन की बात कर सकें। कुछ महिलाएं जहां सेक्स पर बात करने और सेक्स करने से कतराती हैं, वहीं कुछ महिलाओं को इस पर बात करने में बेहद आनंद आता है। महिलाएं चाहती हैं कि उनका साथी हमेशा ही सेक्स के बारे में न सोचे, न ही हमेशा इसके बारे में बात करें बल्कि उससे प्यार जताएं। महिलाओं को वो पुरूष भी कम ही पसंद आते हैं जो सेक्स के बाद
अलग हटकर सो जाते हैं लेकिन वे साथी अधिक अच्छे होते हैं जो सेक्स के बाद भी फोरप्ले करते हैं और अपनी साथी को अधिक से अधिक समय देते हैं। प्यार की चरम सीमा तक पहुंचने के बाद भी महिलाएं अपने पार्टनर से बातें करना पसंद करती हैं। महिलाएं क्या चाहती है, कब क्या सोचती है यह कहना फिर भी बहुत मुश्किल हैं। लेकिन इन टिप्स के जरिए आप पता लगा सकते हैं कि आखिर महिलाएं सोचती क्या–क्या है।
असुरक्षित यौन संबंधों से बचें
असुरक्षित यौन संबंधों के चलते कई बीमारियां फैल रही हैं। इसके पीछे सबसे बड़ी वजह है जानकारी का अभाव। अधिकतर लोग सावधानियों के प्रति जागरुक नहीं होते। और इसी वजह से कई तरह की परेशानियों में घिर जाते हैं। असुरक्षित यौन संबंधों को लेकर लोगों में कई प्रकार की दुविधा होती है। सही स्रोतों से जानकारी के अभावों में युवा अक्सर इसे लेकर अनिश्चितता में रहते हैं। वह यही सोचते हैं कि यौन संबंधों का मतलब है सेक्स के दौरान सावधानियां बरतना। लेकिन वे यह भूल जाते हैं कि असुरक्षित यौन संबंधों का अर्थ है यौन संचारित रोगों को जानना, संक्रमण की संभावनाओं इत्यादि के बारे में जागरूक होना। आइए जानें असुरक्षित यौन संबंध आखिर है क्या।
असुरक्षित यौन संबंधों का अर्थ है, सेक्स के दौरान सावधानियां न बरतना। इन सावधानियों में जरूरी है कि सेक्स जोर-जबरदस्ती से न किया जाए। माहवारी के दौरान सेक्स करने से संक्रमण की संभावना बढ जाती है। एक से ज्यादा साथी फिर चाहे वह महिला हो या पुरूष के साथ संबंध बनाने से संक्रमण हो सकता है। असुरक्षित यौन संबंधों के दौरान यौन संचारित रोगों के होने का खतरा बना रहता है। बहुत अधिक कंट्रासेप्टिक पिल्स का सेवन, पहली बार सेक्स के दौरान कंडोम का सेवन न करना असुरक्षित यौन संबंधों के अंतगर्त आता है। प्रोफेशनल सेक्स वर्कर से संपर्क बनाने से भी संक्रमण की संभावना रहती है। [इसे भी पढ़ें- एड्स से संबंधी भ्रम और तथ्य] सामूहिक रूप से सेक्स करना यानी एक ग्रुप में आपस में एक-दूसरे के साथ सेक्स करना भी असुरक्षित यौन संबंधों के अंतर्गत शामिल है। वाइफ स्वैपिंग यानी एक दूसरे के पार्टनर को एक रात के लिए बदलने से भी असुरक्षित यौन संबंधों का खतरा रहता है। पुरूष या महिला में से किसी को यौन संबंधी इंफेक्शेन
होने से भी संक्रमण होने का खतरा बढ़ जाता है। ओरल सेक्स से भी इंफेक्शंन होने का खतरा लगातार बरकरार रहता है। इसीलिए ओरल सेक्स में साफ-सफाई का खास ध्यान रखने की जरूरत होती है। सेक्स के दौरान, सेक्स से पहले खासतौर पर सावधानियां बरतनी आवश्यक हैं। असुरक्षित यौन संबंध के कारण होने
वाली बीमारियों की सूची लंबी है, लेकिन थोड़े संयम और सावधानी अपनाकर इनसे बचा जा सकता है।
May 10, 2013
महिलाओं में सामान्य सेक्स समस्या
- सेक्स के प्रति विमुख होना- स्त्रियों को सबसे अधिक शिकायत यौनेच्छा की कमी होती है। कई महिलाओं की सेक्स करने में बिल्कुल भी रूचि नहीं होती, यानी उनकी सेक्स भावना बिल्कुल खत्म हो चुकी होती है जो कि एक गंभीर सेक्स समस्या है। कई बार ये स्थिति मेनोपोज के बाद आती है तो कई महिलाओं में मेनोपोज से पहले ही महिलाओं मे सेक्स के प्रति अनिच्छा हो जाती है। हालांकि महिलाओं के मामले में अच्छे स्वास्थ्य की महिला का सेक्स जीवन खराब स्वास्थ्य वाली महिला की तुलना में सिर्फ़ 3-4 साल ही बढता है।
- ल्यूकोरिया की समस्या- योनि से सफेद, चिपचिपा गाढ़ा स्राव होना आज युवावस्था की महिलाओं के लिए भी आम समस्या हो गई है। सामान्य भाषा में इसे सफेद पानी यानी ल्यूकोरिया कहा जाता है।
- योनि में खुजली-कई कारणों से महिलाओं को योनि में खुजली होने लगती है। इसके कई कारण जैसे इन्फेक्शन होना,ठीक से सफाई न होना, फिरंग, रोजाना कब्ज रहना और संभोग करने वाले व्येक्ति के यौनांगों में इन्फेक्शन होना,रक्त विकार इत्यादि इसके प्रमुख कारण हैं।
- गर्भशय संबंधी बीमारियां- कई बार प्यूबिक हेयर्स की ठीक से सफाई न करने के कारण उनमें स्थिति कीटाणु योनि मार्ग में प्रविष्ट होकर कई योनि गर्भाशय संबंधी समस्याओं को उत्पन्न कर सकते हैं। यौनांगों की इसीलिए ठीक तरह से सफाई होना बेहद आवश्यक है।
- अज्ञानता के कारण- कई बार महिलाएं सेक्स संबंधी समस्याओं के बारे में डॉक्टर्स से खुलकर बात नहीं कर पाती जिससे उनकी बीमारियां बढ़ती जाती हैं। कई बार ये बीमारियां भयंकर रूप भी ले लेती हैं। ये लापरवाही और जागरूकता की कमी कई बीमारियों को जन्म देती है। जैसे स्तनों में दर्द होने पर लड़कियां इसे आम बीमारी समझ कर लापरवाही बरतती है, लेकिन ये दर्द बढ़कर स्तन कैंसर का रूप भी ले सकता है। इसीलिए किसी भी तरह के बड़े खतरे को टालने के लिए जरूरी है डॉक्टर की सही समय पर सलाह लेना।
सेक्स के तत्काल बाद, संभोग के दौरान किसी भी तरह की कोई सेक्स की समस्याएं हो तो डॉक्टर से जांच कराएं और उसका सही इलाज करवाएं।
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